Tuesday, May 24, 2011

छोटी-छोटी कोशिशें इंसान को आगे ले जाती हैं-बिपाशा बसु


हिंदी फिल्मों में दस वर्ष का सफर तय करने के बाद अब बिपाशा बसु ने नई उड़ान भरी है। उन्होंने हॉलीवुड का रुख कर लिया है। बिपाशा ने अपनी पहली हॉलीवुड फिल्म सिंगुलैरिटी की शूटिंग पूरी कर ली है। वे गर्व के साथ अपनी खुशी बांटती हैं, रोलैंड जोफ हॉलीवुड के बड़े फिल्मकार हैं। उनके साथ काम करना मेरे लिए बहुत बड़ी बात है। मेरे प्रशंसकों को निश्चय ही मेरी इस उपलब्धि पर गर्व होगा।

बिपाशा इस बात से खुश हैं कि हिंदी फिल्म इंडस्ट्री की दूसरी अभिनेत्रियां जहां हॉलीवुड की फिल्में पाने के लिए संघर्ष करती हैं, वहीं सिंगुलैरिटी अपने आप उनके हिस्से में आ गई। वे बताती हैं, अंग्रेजी फिल्म करने का फैसला मैंने नहीं किया था। यह फिल्म मेरी किस्मत में थी। मैं एक काम के सिलसिले में विदेश गई थी। मैं जिस होटल में ठहरी थी, वहीं सिंगुलैरिटी के डायरेक्टर से मेरी मुलाकात हुई। मैंने उनके नए प्रोजेक्ट के लिए उन्हें ऑल द बेस्ट कहा। बाद में उन्होंने मुझे ही फिल्म में लीड रोल के लिए साइन कर लिया। रोलैंड ने द किलिंग फील्ड्स और द मिशन जैसी चर्चित फिल्में बनाई हैं। उनके साथ मेरा काम करना मेरे लिए सम्मान की बात है।
सिंगुलैरिटी पीरियड ड्रामा है। इसकी शूटिंग ऑस्ट्रेलिया और ओरछा (मप्र) में हुई है। दिलचस्प बात यह है कि इसमें बिपाशा को हॉलीवुड के मशहूर अभिनेता जोश हार्टनेट का साथ मिला है। बिपाशा फिल्म के बारे में जानकारी देती हैं, यह मेरी पहली पीरियड फिल्म है। यह रोमांटिक फिल्म है। इसकी कहानी उन्नीसवीं सदी की है। इसमें मेरा लुक बहुत अलग है। कहानी की पृष्ठभूमि में मराठा युद्ध है। फिल्म में ऐक्शन सीन बहुत हैं। इस फिल्म की शूटिंग मेरे लिए फिजीकली और इमोशनली चैलेंजिंग थी। ऐक्शन सीन बहुत टफ थे। इसमें अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और इंडिया के कलाकार हैं। सबके साथ काम करना चैलेंजिंग था। मुझे बहुत मेहनत करनी पड़ी। गौरतलब है कि बिपाशा के साथ सिंगुलैरिटी में अभय देओल भी हैं। इनके साथ भी बिपाशा पहली बार स्क्रीन पर दिखेंगी। बिपाशा फिलहाल अपने किरदार और सह-कलाकारों के किरदार के बारे में खुलासा करने से बचती हैं।
सिंगुलैरिटी फिल्म की शूटिंग का अनुभव बिपाशा के लिए अलग रहा। अंग्रेजी और हिंदी फिल्मों के सेट के माहौल के फर्क को उन्होंने बारीकी से नोटिस किया है। वे बताती हैं, मैंने देखा कि अंग्रेजी फिल्मों के सेट पर काम की इज्जत की जाती है। वहां कोई किसी काम को छोटा नहीं समझता। डायरेक्टर भी जाकर सेट से कचरा उठा लेते थे। एक-दूसरे का सम्मान करते थे। ऐक्शन सीन की शूटिंग से पहले ऐक्टर को स्पेस देते हैं। ऐक्टर को पंद्रह मिनट का समय देते हैं, ताकि वे सीन पर कॉन्सन्ट्रेट कर सकें। हमारे यहां ऐक्शन सीन की शूटिंग से पहले बहुत हो-हल्ला होता है। ऐक्टर को समय नहीं दिया जाता है। बिपाशा उम्मीद के साथ कहती हैं, हमारी फिल्मों के सेट पर भी एक दिन वैसा ही माहौल होगा। छोटी-छोटी कोशिशें इंसान को आगे ले जाती हैं। मैं अपनी फिल्मों के सेट पर डायरेक्टर से लेकर स्पॉट ब्वॉय को हेलो बोलती हूं। मुझे ऐसा करने में कोई बुराई नहीं नजर आती। 
बिपाशा को इस बात से फर्क नहीं पड़ता कि सिंगुलैरिटी से हॉलीवुड में उनके लिए रास्ता साफ हो जाएगा या नहीं। हॉलीवुड में वे डिमांड में आ जाएंगी या नहीं। बिपाशा कहती हैं, फिल्म सिंगुलैरिटी से मेरे लिए हॉलीवुड में दरवाजे खुलेंगे तो अच्छा है और नहीं खुलेंगे तो भी अच्छा है। मेरे लिए इस फिल्म में काम करना ही बड़ी बात है। इसका अनुभव हमेशा मेरे साथ रहेगा। सिंगुलैरिटी की शूटिंग खत्म करने के बाद बिपाशा अब अब्बास-मस्तान की फिल्म प्लेयर्स की शूटिंग में बिजी हो गई हैं। वैसे वे आजकल अपने ट्वीट के जरिए खुद दुनिया को बता रही हैं कि वे सिंगुलैरिटी फिल्म की टीम को बहुत मिस कर रही हैं। खासकर जोश हार्टनेट को।
-रघुवेंद्र सिंह 

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