Wednesday, September 30, 2009

अपना काम ईमानदारी से करती हूँ-रिषिता भंट्ट

रिषिता भंट्ट ने शाहरूख खान के अपोजिट फिल्म अशोका से शानदार तरीके से फिल्मी कॅरियर का आगाज किया। हासिल और जिज्ञासा जैसी चर्चित फिल्मों से उन्होंने अभिनेत्रियों की भीड़ में खुद को अलग स्थापित भी किया, लेकिन उनकी गिनती इंडस्ट्री की लोकप्रिय अभिनेत्रियों में कभी नहीं की गई। इस बात का रिषिता भंट्ट को जरा भी अफसोस नहीं है। रिषिता कहती हैं, मैं इस तरह की बातों में यकीन नहीं करती। मैंने कॅरियर के आरंभिक दिनों से लेकर अब तक फिल्म इंडस्ट्री के अच्छे निर्देशकों के साथ काम किया। फिर मुझे दुख क्यों हो? मैं अच्छा काम करने में यकीन करती हूं। फिल्म बॉक्स ऑफिस पर नहीं चलती है, तो उसमें मेरा क्या कसूर है? मैं ईमानदारी से अपने हिस्से का काम खत्म करके आगे बढ़ जाती हूं। यदि मैं अच्छा काम नहीं करती, तो निर्माता-निर्देशक मुझे अपनी फिल्मों में कास्ट नहीं करते। मेरे पास काम की कमी नहीं है। मैं अपने कॅरियर की दशा और दिशा से खुश हूं।
रिषिता की आखिरी प्रदर्शित फिल्म शैडो थी, जिसमें वे नए कलाकार नासिर खान के साथ दिखीं। इस संदर्भ में रिषिता कहती हैं, मैं फिल्म साइन करते समय स्क्रिप्ट और अपना किरदार देखती हूं। मुझे इस बात से फर्क नहीं पड़ता कि मेरे सह कलाकार कौन हैं? मेरा ध्यान अपने काम पर रहता है।
रिषिताभंट्ट की अगली फिल्म की देवांग ढोलकिया निर्देशित थ्री नाइट्स फोर डेज है। इस फिल्म में वह अनुज स्वाह्ने के साथ नए अंदाज में दिखाई देंगी। रिषिता इस फिल्म को लेकर काफी उत्साहित हैं। उनको उम्मीद है कि लंबे समय से बॉक्स- ऑफिस सफलता का उनका इंतजार इस फिल्म से खत्म हो होगा और उनके कॅरियर को नई दिशा मिलेगी।
-रघुवेन्द्र सिंह

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