Saturday, September 19, 2009

अदनान के बेटे अजान बने संगीतकार

-रघुवेन्द्र सिंह
गायक-संगीतकार अदनान सामी ने पांच वर्ष की नन्ही उम्र में पियानो बजाना सीख लिया था और सोलह वर्ष की उम्र में उन्हें यूथोपिया में आई प्राकृतिक त्रासदी पर एक गीत लिखने के लिए यूनीसेफ ने खास पुरस्कार से नवाजा था। अब अदनान के बेटे अजान अपने पिता के नक्शेकदम पर चलते नजर आ रहे हैं। पन्द्रह वर्षीय अजान निर्देशक प्रियदर्शन की फिल्म बम बम भोले से संगीतकार के रूप में अपने करियर का आगाज करने जा रहे हैं। जल्द ही सोनी म्यूजिक कंपनी उनका पहला म्यूजिक एलबम भी रिलीज करेगी। पिछले दिनों अजान कराची से मुंबई आए तो उनसे बातचीत हुई। प्रस्तुत हैं उसके अंश.. आप कब से संगीत से जुड़े हैं?

मैं बचपन से संगीत से जुड़ा हुआ हूं और पिछले सात वर्षो से वोकल, वेस्टर्न क्लासिकल और इंडियन क्लासिकल संगीत का कराची में प्रशिक्षण ले रहा हूं। मैंने सात वर्ष की उम्र में अपनी पहली कंपोजीशन तैयार की थी। मैं संगीत में ही करियर बनाऊंगा, यह तय कर चुका हूं। क्या पिता से प्रेरित होकर इस क्षेत्र में आए हैं?

मैं पिछले दस वर्षो से बाबा से नहीं मिला और न ही उनके संपर्क में था। मैं उनसे इस साल के शुरू में मिला। मैं बाबा का सबसे बड़ा फैन हूं। मैं उनके जितना बड़ा बनना चाहता हूं, पर अपने तरीके से। मैं उनसे प्रभावित नहीं हूं, लेकिन यह प्रतिभा मुझे बाबा से मिली है।

क्या यह सच है कि अदनान सामी का बेटा होने की वजह से लोग आपको मौके दे रहे हैं?

मैं मानता हूं कि उनका बेटा होने के कारण मेरे लिए चीजें सरल हो गई, लेकिन बता दूं कि मेरे वालिद मुझे प्रमोट नहीं कर रहे हैं। उनका कहना है कि मैं अपनी प्रतिभा के बल पर पहचान बनाऊं। मुझमें प्रतिभा है, तभी तो सोनी जैसी म्यूजिक कंपनी, जिसके साथ माइकल जैक्सन जुड़े थे, उसने मुझे इसके लिए साइन किया है।

प्रियदर्शन की फिल्म बम बम भोले कैसे मिली?

प्रियदर्शन को मेरी कुछ कंपोजीशन अच्छी लगी। तब उन्होंने मुझे अपनी फिल्म में संगीत देने की जिम्मेदारी सौंपी। मेरे लिए यह बहुत बड़ा मौका है। दिसंबर में फिल्म प्रदर्शित होगी। उसके अलावा जनवरी में सोनी म्यूजिक कंपनी मेरा पहला म्यूजिक एलबम रिलीज करेगी। उसमें पॉप गाने होंगे।

आपको नहीं लगता कि आपकी पढ़ाई प्रभावित होगी?

मुझे पता है कि मुश्किलें आएंगी, लेकिन मैं मेहनत करूंगा। करियर और पढ़ाई दोनों को साथ लेकर चलूंगा। मैं ग्यारहवीं में पढ़ रहा हूं। मैं बहुत दूर जाना चाहता हूं। अभी से नहीं चलूंगा, तो पहुंचूंगा कैसे?

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