Thursday, May 21, 2009

शोले जैसा हश्र न हो सीता और गीता का-हेमा मालिनी

फिल्म सीता और गीता हेमा मालिनी के करियर की खास फिल्म है। इसमें सीता की सहमी और तेज-तर्रार गीता की भूमिका में ड्रीम गर्ल को हर उम्र के लोगों ने पसंद किया था। हेमा को उम्दा अभिनेत्री के तौर पर पहचान दिलाने में इस फिल्म की अहम भूमिका रही। वे स्वयं यह बात स्वीकार करती हैं, फिल्म सीता और गीता मेरी यादगार फिल्मों में से एक है। उसने वर्सटाइल ऐक्ट्रेस के रूप में मेरी पहचान बनाई। मेरी लोकप्रियता बढ़ाने में उस फिल्म की अहम भूमिका है। लोग आज भी उस फिल्म को भूले नहीं हैं। यही कारण है कि जब मुझे इस बात की जानकारी मिली की इस फिल्म पर टीवी सीरियल बन रहा है, तो मैं डर-सी गई। उल्लेखनीय है कि सीता और गीता फिल्म पर इसी नाम से पच्चीस मई से एनडीटीवी इमेजिन पर एक सीरियल प्रसारित होने जा रहा है। उसमें अभिनेत्री अंजोरी अलघ हेमा वाली दोहरी भूमिका निभा रही हैं। हेमा आगे कहती हैं कि कुछ समय पहले फिल्म शोले का रिमेक रामगोपाल वर्मा ने रामगोपाल वर्मा की शोले बनाया था। वह फिल्म देखकर मैं बुरी तरह डर गई। वह डर अभी तक मेरे मन मैं बैठा हुआ है। शुक्र है कि सीता और गीता की कहानी सीरियल में आ रही है। मैं खुश हूं। पहली बार किसी फिल्म का रिमेक सीरियल के रूप में हो रहा है। शोले का भी रिमेक सीरियल के रूप में होना चाहिए था। हेमा मालिनी आगे कहती हैं किअंजोरी खूबसूरत और अच्छी अभिनेत्री हैं, लेकिन मुझे डर है कि लोग उनकी तुलना मुझसे जरूर करेंगे। मेरी नजर में यह गलत होगा। बहरहाल, अब अंजोरी की परफॉर्मेस पर निर्भर करेगा कि वे सीता और गीता को कितना यादगार बना पाती हैं। मैंने उन्हें सलाह दी है कि वे मुझे कॉपी करने का प्रयास न करें। उनमें और मुझमें बहुत फर्क है। यदि वे यह बात समझ गई, तो संभव है कि कुछ अच्छा कर जाएं। मैंने सुना है कि धरम जी और संजीव कुमार जी के रोल के लिए जिन कलाकारों गौरव और सिजेन खान को चुना गया है, वे अच्छे हैं। उम्मीद करती हूं कि फिल्म की तरह सीरियल भी हर उम्र के लोगों को पसंद आएगा और शोले जैसा हश्र सीता और गीता का नहीं होगा।
रघुवेन्द्र सिंह

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