Friday, March 6, 2009

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर शिल्पा शेट्टी व् पूनम ढिल्लन की राय

घरेलू महिलाओं को सलाम करती हूं-शिल्पा शेट्टी
महिलाएं तेजी से विकास पथ पर अग्रसर है। घर के अंदर भी और घर के बाहर भी। जो महिलाएं घर में व्यस्त हैं, उन्हें अधिक सफल कहा जाना चाहिए। सुबह उठकर नाश्ता बनाना, बच्चों को स्कूल के लिए तैयार करना, पति और सास-ससुर की हर सुविधा का ध्यान रखना आदि बातें और कार्य मामूली नहीं हैं। घर में काम करने वाली महिलाओं को मैं सलाम करती हूं। हमें गर्व होना चाहिए कि हमारी राष्ट्रपति एक महिला हैं। महिला दिवस का दिन हमें हमारी शक्ति का अहसास कराता है।
बात बस इज्जत देने की है-पूनम ढिल्लन
महिला दिवस मनाने की जरूरत नहीं है। बात बस इज्जत देने की है कि हम महिलाओं की इज्जत करें। कामकाजी महिलाएं ही नहीं, घरेलू महिलाएं भी सफल हैं, बशर्ते उनके पास मन की शांति हो, वे सेहतमंद हों और उनका परिवार सुखी हो। मेरे लिए निजी स्वतंत्रता का यही मतलब है कि मैं अपने बनाए नियमों के अनुसार अपनी जिंदगी इज्जत से जी सकूं। मैं यह मानती हूँ कि भारत ही एक ऐसा देश है, जहां पर महिलाओं को सबसे ज्यादा इज्जत मिलती है। जहां तक अपवादों की बात है, तो वे हर समाज में होते है। महिलाओं को इज्जत से रखें और उन्हें समान अवसर दें, तभी महिला दिवस सार्थक हो सकेगा।
-रघुवेंद्र सिंह

1 comment:

Anonymous said...

क्या केवल एक दिन के लिए? लेकिन वह दिन आज नहीं है.