Wednesday, August 6, 2008

टशन का संगीत फ्लॉप नहीं है: विशाल-शेखर

[रघुवेंद्र सिंह]
गीतकार विशाल-शेखर की जोड़ी आजकल दो वजहों से चर्चा में है। एक वजह है बच्चन परिवार के चर्चित अनफॉरगेटेबल व‌र्ल्ड टुअॅर और दूसरी है, यशराज कैंप की फिल्म बचना ऐ हसीनों। इस चर्चा पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए शेखर कहते हैं, हमें खुशी है कि हमारी चर्चा हमेशा अच्छी वजहों से होती है। बच्चन परिवार का व‌र्ल्ड टुअॅर और फिल्म बचना ऐ हसीनों दोनों हमारे लिए बेहद खास हैं। चूंकि बच्चन परिवार के साथ हमारा यह पहला व‌र्ल्ड टुअॅर है, इसलिए हमने इसकी तैयारी में कोई कसर नहीं छोड़ी है। अपनी तरफ से इसे अनफॉरगेटेबल बनाने का हर संभव प्रयास किया है। वहीं, सिद्धार्थ आनंद की फिल्म बचना ऐ हसीनों के लिए हिट संगीत तैयार करने की जिम्मेदारी भी हम पर ज्यादा थी। दरअसल, सिद्धार्थ ने हमसे शुरू में ही कह दिया था कि तुम लोग दूसरों की फिल्मों के लिए सुपरहिट संगीत तैयार करते हो और मेरी फिल्मों का कामचलाऊ! इस बार मुझे हिट संगीत जरूर चाहिए।
उल्लेखनीय है कि विशाल-शेखर की जोड़ी ने पिछले साल शाहरुख खान की फिल्म ओम शांति ओम के संगीत के लिए जमकर वाहवाही पाई थी। इस साल अब तक उनकी तीन फिल्में भूतनाथ, टशन और दे ताली रिलीज हो चुकी हैं, लेकिन इनमें से किसी भी फिल्म का संगीत श्रोताओं के दिलों में जगह नहीं बना पाया। ऐसा क्यों? शेखर यह सवाल सुनते ही बचाव की मुद्रा में आ जाते हैं, यह कहना गलत होगा कि तीनों में से किसी का संगीत श्रोताओं ने पसंद नहीं किया। टशन का संगीत लोगों को पसंद आया। चूंकि वह फिल्म फ्लॉप हो गई, इसलिए उसके संगीत को भी लोग असफल कह रहे हैं। आज भी उस फिल्म का गीत दिल हारा.. लोग बड़े चाव से सुन रहे हैं। लोग इस गीत सुनकर थिरकने लगते हैं। हम नहीं मानते कि टशन का संगीत फ्लॉप है।
निर्देशक सिद्धार्थ राज आनंद के साथ बचना ऐ हसीनों विशाल-शेखर की तीसरी फिल्म है। इसकेपहले वे सलाम-नमस्ते और ता रा रम पम में उनके साथ काम कर चुके हैं। इस फिल्म के संगीत के बारे में विशाल कहते हैं, इसमें ज्यादातर रोमांटिक गीत हैं। यह फिल्म युवा वर्ग को ध्यान में रखकर बनाई गई है। इसके हर गीत में एनर्जी है। फिल्म का गीत खुदा जाने.. हमारा पसंदीदा ट्रैक है। सिद्धार्थ को संगीत का अच्छा ज्ञान है। जब संगीतकार को ऐसा निर्देशक मिल जाता है, तो उसका काम और आसान हो जाता है। इस फिल्म में संगीत तैयार करने की हमारी जर्नी बहुत मजेदार रही।
फिल्म बचना ऐ हसीनों का टाइटिल ट्रैक सुभाष घई की फिल्म कर्ज के एक हिट गीत से लिया गया है। इस बारे में शेखर कहते हैं, यह आइडिया सिद्धार्थ का था। उन्होंने जब हमें बताया कि वे उस गीत को फिल्म का टाइटिल ट्रैक बनाना चाहते हैं, तो हम डर गए कि यार, गाने में कुछ भी गड़बड़ हुआ, तो पब्लिक हमें छोड़ेगी नहीं! खैर, हमने हिम्मत जुटाकर उस गाने के मुखड़े को लिया और फिर उसके अंतरे में चार नई लाइनें जोड़कर नया गीत तैयार किया। इसे हमने किशोर कुमार के छोटे बेटे सुमित से गवाया है। यह गीत हमारी तरफ से किशोर दा को श्रद्धांजलि है।
पिछले साल विशाल-शेखर की जोड़ी जी टीवी केलोकप्रिय रिअॅलिटी शो सारेगामापा में बतौर जज दिखी थी, लेकिन इस साल वे इस शो में नहीं हैं? हां, इनकी जोड़ी स्टार प्लस के म्यूजिकल शो जो जीता वही सुपरस्टार में जरूर दिखी। विशाल कहते हैं, दरअसल हम अनफॉरगेटेबल व‌र्ल्ड टुअॅर में व्यस्त हैं, इसीलिए सारेगामापा से नहीं जुड़ पाए, लेकिन मजेदार बात यह है कि इस व‌र्ल्ड टुअॅर के दौरान हम कोशिश करेंगे कि अभिषेक बच्चन के साथ अपना अधूरा पड़ा म्यूजिक एलबम पूरा कर लें, क्योंकि इसके अब सिर्फ दो गाने रिकॉर्ड करने के लिए बचे हैं। यशराज कैंप की फिल्म बचना ऐ हसीनों के अलावा, इस वक्त विशाल-शेखर के पास सिर्फ दो फिल्में हैं। विशाल बताते हैं, एक करण जौहर की फिल्म दोस्ताना और दूसरी सुजॉय घोष की अलादीन है। अब व‌र्ल्ड टुअॅर से आने के बाद ही हम कोई नई फिल्म साइन करेंगे।

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